Saturday 19 December 2020

घातक बीमारी मिटाने के उपाय रविवारी सप्तमी को जरूर करे

 

*20 दिसम्बर रविवारी सप्तमी (दोपहर 2-54 से 21 दिसम्बर सूर्योदय तक)*

*रविवार सप्तमी के दिन अगर कोई नमक मिर्च बिना का भोजन करे और सूर्य भगवान की पूजा करे , तो उस घातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं , अगर बीमार व्यक्ति न कर सकता हो तो कोई ओर बीमार व्यक्ति के लिए यह व्रत करे । इस दिन सूर्यदेव की पूजा करनी चाहिये ।*

*सूर्य पूजन विधि*

*१) सूर्य भगवान को तिल के तेल का दिया जला कर दिखाएँ , आरती करें ।*
*२) जल में थोड़े चावल ,शक्कर , गुड , लाल फूल या लाल कुमकुम मिला कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दें ।*

*सूर्य अर्घ्य मंत्र*
*1. ॐ मित्राय नमः।*
*2. ॐ रवये नमः।*
*3. ॐ सूर्याय नमः।*
*4. ॐ भानवे नमः।*
*5. ॐ खगाय नमः।*
*6. ॐ पूष्णे नमः।*
*7. ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।*
*8. ॐ मरीचये नमः।*
*9. ॐ आदित्याय नमः।*
*10. ॐ सवित्रे नमः।*
*11. ॐ अकीय नमः।*
*12. ॐ भास्कराय नमः।*
*13. ॐ श्रीसवितृ-सूर्यनारायणाय नमः।*

*(शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)*
*घातक बीमारियाँ दूर करने के लिए :*
*>> रविवार सप्तमी के दिन बिना नमक का भोजन करें ।*
*> सूर्य भगवान का पूजन करें, अर्घ दें व भोग दिखाएँ, दान करें ।*

*तिल के तेल का दिया सूर्य भगवान को दिखाएँ व ये मंत्र बोलें :-*
*"जपा कुसुम संकाशं काश्य पेयम महा द्युतिम ।*
*तमो अरिम सर्व पापघ्नं प्रणतोस्मी दिवाकर ।।"*

*विशेष - घर में कोई बीमार रहता हो या घातक बीमारी हो तो परिवार का सदस्य ये विधि करें तो बीमारी दूर होगी ।*

चुना एक औषधि

 *चूना जो पान में लगा के खाया जाता है।*

 *उसकी एक डिब्बी ला कर घर में रखे।*


*यह सत्तर प्रकार की बीमारियों को ठीक कर देता है . गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी #पीलिया ठीक हो जाता है ।*


*चूना नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है - अगर किसी के शुक्राणु नही बनता उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाये तो साल डेढ़ साल में भरपूर शुक्राणु बनने लगेंगे . जिन माताओं के शरीर में अन्डे नही बनते उन्हें भी इस चूने का सेवन करना चाहिए।*


*शुगर  रोज़ सुबह ख़ाली पेट एक गिलास पानी में एक छोटे चने के बराबर चुना मिलकर पीने से शुगर जड़ से ख़त्म हो जाती हैं ( समय समय पर जाँच करवाते रहे.. वरना शुगर का लेवल माइनस भी हो सकता हैं )*


*विद्यार्थीओ के लिए चूना बहुत अच्छा है जो #लम्बाई बढाता है - गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज दही में मिला के खाना चाहिए, दही नही है तो दाल में मिला के या पानी में मिला के लिया जा सकता है ।*


*इससे लम्बाई बढने के साथ साथ स्मरण शक्ति भी बहुत अच्छी होती है । जिन बच्चों की बुद्धि कम है ऐसे मतिमंद बच्चों के लिए सबसे अच्छी दवा है चूना . जो बच्चे बुद्धि से कम है, दिमाग देर में काम करता है, देर में सोचते है हर चीज उनकी स्लो है उन सभी बच्चे को चूना खिलाने से अच्छे हो जायेंगे ।*


*बहनों को अपने मासिक_धर्म के समय अगर कुछ भी तकलीफ होती हो तो उसका सबसे अच्छी दवा है चूना ।*


*मेनोपौज़ की सभी समस्याओं के लिए गेहूँ के दाने के बराबर चूना हर दिन खाना दाल में, लस्सी में, नही तो पानी में घोल के पीना चाहिए . इससे ओस्टीओपोरोसिस होने की संभावना भी नहीं रहती।*


*जब कोई माँ गर्भावस्था में है तो चूना रोज खाना चाहिए क्योंकि गर्भवती माँ को सबसे ज्यादा केल्शियम की जरुरत होती है और चूना केल्शियम का सबसे बड़ा भंडार है।*


*गर्भवती माँ को चूना खिलाना चाहिए अनार के रस में - अनार का रस एक कप और चूना गेहूँ के दाने के बराबर ये मिलाके रोज पिलाइए नौ महीने तक लगातार दीजिये तो चार फायदे होंगे।*


*पहला फायदा होगा के माँ को बच्चे के जनम के समय कोई तकलीफ नही होगी और नॉर्मल डीलिवरी होगी , दूसरा बच्चा जो पैदा होगा वो बहुत हृष्ट पुष्ट और तंदुरुस्त होगा , तीसरा फ़ायदा वो बच्चा जिन्दगी में जल्दी बीमार नही पड़ता जिसकी माँ ने चूना खाया , और चौथा सबसे बड़ा लाभ है वो बच्चा बहुत होशियार होता है बहुत Intelligent और Brilliant होता है उसका IQ बहुत अच्छा होता है।*


*चूना घुटने के दर्द ठीक करता है , कमर का दर्द ठीक करता है , कंधे का दर्द ठीक करता है, एक खतरनाक बीमारी है Spondylitis वो चुने से ठीक होता है . कई बार हमारे रीढ़ की हड्डी में जो मनके होते है उसमे दूरी बढ़ जाती है Gap आ जाता है जिसे ये चूना ही ठीक करता है . रीढ़ की हड्डी की सब बीमारिया चूने से ठीक होती है . अगर हड्डी टूट जाये तो टूटी हुई हड्डी को जोड़ने की ताकत सबसे ज्यादा चूने में है . इसके लिए चूने का सेवन सुबह खाली पेट करे।*


*अगर मुंह में ठंडा गरम पानी लगता है तो चूना खाने से बिलकुल ठीक हो जाता है , मुंह में अगर छाले हो गए है तो चूने का पानी पिने से तुरन्त ठीक हो जाता है ।*


 *शरीर में जब खून कम हो जाये तो चूना जरुर लेना चाहिए , एनीमिया है खून की कमी है उसकी सबसे अच्छी दवा है ये चूना . गन्ने के रस में , या संतरे के रस में , नही तो सबसे अच्छा है अनार के रस में डाल कर चूना ले . अनार के रस में चूना पिने से खून बहुत बढता है , बहुत जल्दी खून बनता है - एक कप अनार का रस गेहूँ के दाने के बराबर चूना सुबह खाली पेट ले ।*


*भारत के जो लोग चूने से पान खाते है, बहुत होशियार है और वे महर्षि वाग्भट के अनुयायी है . पर पान बिना तम्बाखू , सुपारी और कत्थे के ले . तम्बाखू ज़हर है और चूना अमृत है . कत्था केन्सर करता है, पान में सौंठ , इलायची , लौंग , केसर , सौंफ , गुलकंद , चूना , कसा हुआ नारियल आदि डाल के खाए।*


*अगर घुटने में घिसाव आ गया हो और डॉक्टर कहे के घुटना बदल दो तो भी जरुरत नही चूना खाते रहिये और हरसिंगार ( पारिजातक या प्राजक्ता ) के पत्ते का काढ़ा पीजिये , घुटने बहुत अच्छे काम करेंगे ।*


*चूना खाइए पर चूना लगाइए मत।*

*ये चूना लगाने के लिए नही है खाने के लिए है।*



चूने के औषधीय गुण -

हड्डियों को करे मजबूत -

  • जी हाँ चूने को यदि हम गन्ने के रस या अन्य कोई भी रस के साथ एक पिंच मिलाकर पीते हैं तो इससे हमारे हड्डियों से संबन्धित रोग दूर होते हैं | यह कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत माना जाता है | इससे हमारे अंदर कैल्शियम की कमी नहीं रहती |
  • इससे विशेष रूप से रीढ की हड्डी से संबन्धित रोग जल्द ही ठीक हो सकते हैं | यदि रीढ़ की हड्डी के मनके खिसक गए हों या उनमें गैप आ गया हो तो चूना रामबाण औषधि का काम करता है |
  • चूना टूटी हुई हड्डी को जोड़ने की भी क्षमता रखता है |

मसूड़ों में तकलीफ को करे दूर -

  • यदि कोई दांतों या मसूड़ो में दिक्कत हो, दाँत दर्द या फिर मसूड़ों में सूजन हो तो आप चूने का इस्तेमाल कर सकते हैं | आप इसे दाल में चावल के दाने जितना डालकर भी खा सकते हैं |
  • यदि मुंह में छाले हो जाते हैं तो किसी भी चीज का स्वाद नहीं आता | उसके लिए आपको जरा सा चूना पानी में मिलाकर उसके कुल्ले करने हैं | इसे दिन में दो से तीन बार करें आपको काफी राहत मिलेगी |
  • यदि आपके दांतों में ठंडा गरम लगता है , दाँत कमजोर हैं | तो इसके लिए आप चूने का इस्तेमाल कर सकते हैं | इससे आपके दांतों में जो समस्याएँ आ रही हैं वह नहीं आएगी |
  • चूने को आप छोटे बच्चों को भी पानी में मिलाकर दे सकते हैं इससे उनके दाँत ठीक से निकलेंगे और उनके दाँत निकलने में ज्यादा दिक्कत भी नहीं होगी |

गर्भावस्था में चूने के फायदे -

  • कहते हैं गर्भवती स्त्री को कैल्शियम की बहुत जरूरत होती है | उसे इसकी गोलियां भी दी जाती हैं | ताकि उसे केल्शियम की कमी ना हो इसीलिएगर्भवती स्त्री को चूने का सेवन को जरूर करना चाहिए | इससे होने वाले बच्चे का विकास अच्छे से होगा | पर इसका इस्तेमाल आपको ध्यान से कम मात्रा में और अपने डॉक्टर के परामर्श से ही करना चाहिए |
  • इसे आप अनार के रस के साथ चावल के दाने जितना रोजाना ले सकते हैं |
  • जो महिलाएँ 9 महीने तक अनार के रस के साथ चूने का सेवन करती हैं ज़्यादातर उनकी नॉर्मल डिलिवरी होती है |
  • इस उपाय को करने से जो संतान पैदा होगी वह बुद्धिमान, हष्ट पुष्ट और सुंदर होगी |
  • भविष्य में वह संतान किसी भी गंभीर बीमारी से पीड़ित नहीं होगी |

हाईट बढ़ाने के लिए -

जिन बच्चों की लंबाई नहीं बढ़ती या बढ़ते बढ़ते रुक गई हो उन बच्चों को चूने का सेवन जरूर करायें | इससे उनकी हड्डियाँ मजबूत बनेगी और लंबाई भी अच्छी निकलेगी | दही में आधी चुटकी चूना मिलाकर आपको उन्हें देना है | यह उनके शरीर के विकास के लिए बहुत जरूरी है |

खून की कमी -

यदि किसी को खून की कमी है या कोई एनीमिया से पीड़ित है तो उसे चूना अनार के रस में मिलाकर पिलायें | इससे खून की कमी बहुत जल्दी ही पूरी हो जाती है |

मासिक धर्म की समस्या -

चूना मासिक धर्म की समस्या से पीड़ित महिलाओं के लिए भी रामबाण ईलाज है |अनियमित मासिक धर्म तप्रदर, मासिक धर्म का बंद हो जाना जैसी कई समस्याओं का इलाज है चूना जो महिलाएं 40 की उम्र से ऊपर हो जाती हैं उनके लिए भी चूना काफी फायदा करता है | चूने से शरीर में कैल्शियम की कमी नहीं रहती जिससे शरीर में दर्द, हड्डियों से संबन्धित रोग इन सब का सामना नहीं करना पड़ता है |

स्त्री पुरुष के गुप्त रोगों में लाभ -

यदि किसी पुरुष को गुप्त रोग हो जैसे स्पर्म ना बनता हो तो उसे चूना खिलायें इससे कुछ ही समय में शुक्राणु बन्ने लगेंगे | यदि किसी स्त्री को अंडे ना बनते हों तो वह भी इसे खाने में प्रयोग कर सकती है उसे भी इस गंभीर समस्या से निजात मिल सकता है | देखा आपने कितने सारे हैं |

गर्भपात - यदि किसी स्त्री को बार बार गर्भपात हो जाता है, किसी को संतान नहीं होती हो तो उसे रोजाना चूने का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए | आपको इसके इतने बेहतरीन परिणाम मिलेंगे कि आप सोच भी नहीं सकते | इससे नियमित उपयोग से बार बार गर्भपात की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी और इससे आप संतान सुख भी प्राप्त कर सकते हो | यह दावा है हमारा और आयुर्वेद में भी यह ज्ञान लिखा हुआ है |

एसिड बनने पर -

यदि किसी को एसिड बनता है तो ऐसे लोगों को सुबह खाली पेट दही में या फिर किसी भी प्रकार के रस में गेंहू के दाने जितना चूना मिलाकर पीने से एसिड की समस्या से छुटकारा मिल सकता है | यह आपको नियमित रूप से कम से कम एक सप्ताह तक करना है |

आप इसे प्याज के रस में मिलाकर भी ले सकते हैं |

चूने का पानी कैसे बनाएँ

चूने का एक टुकड़ा लीजिये उसे आप मटकी में पानी भर कर उसमें डाल दीजिये | चूना गलकर नीचे बैठ जाएगा और उसका पानी ऊपर आ जाएगा | यह पानी आपके लिए औषधि का काम करेगा | इस प्रक्रिया में लगभग 24 घंटे का समय लगेगा | चूने के इस पानी में कैल्शियम के साथ -साथ काफी सारे विटामिन भी आप को मिल जाते हैं | और फिर मटकी का पानी तो होता ही अच्छा है | जो इसके पोषक तत्वों को दोगुना कर देता है |

चूने के अन्य लाभ -

  • यदि किसी का कान बहता है तो दूध में चूना मिलाकर उसकी पिचकारी कान में डालने से काफी आराम मिलेगा |
  • यदि किसी का पेशाब रुक गया हो या फिर पेशाब पीला आ रहा हो तो आप दूध के साथ एक चम्मच चूने का पानी ले सकते हैं | इससे आपको काफी राहत महसूस होगी |
  • यदि किसी को मकड़ी ने काटा हो तो नींबू के रस में चूना मिलाकर उस स्थान पर लगाने से जहर निकाल जाएगा | सूजन भी नहीं होगी |
  • चूने का प्रयोग केवल चावल या गेहूं के दाने के जितना ही करना होता है इससे ज्यादा आपको नुकसान दे सकता है |
  • चूने का पानी या चूने को आपको लगातार तीन महीने तक लेना है | तीन महीने के बाद आपको उसे पीना छोड़ देना है उसके बाद 1 महीने के बाद फिर से शुरू कर सकते हैं |

चूने के इस्तेमाल में सावधानियाँ -

  • चूने का सेवन पथरी वाले रोगी ना करें |
  • चूने का सेवन यदि आप तंबाकू या कत्थे के साथ करते हैं तो यह कैन्सर बनाता है |
  • चूने का सेवन बिलकुल कम मात्रा में ही करना चाहिए |
  • चूने का सेवन डारेक्ट नहीं करना चाहिए | यह आपकी जीभ जला सकता है |
  • चूने का सेवन किसी न किसी चीज के साथ मिलाकर ही करना चाहिए |
  • चूने को हमेशा जांच कर ही लें | आज कल नकली चूना काफी प्रचलन में है | जो फायदे की जगह आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है |

दोस्तों चूने के ये बेहतरीन फायदे जानकार आप भी चौंक गए होंगे ना | जी हाँ हमें भी यह जानकार काफी आश्चर्य हुआ था | तभी तो सोचा कि आप के साथ भी शेयर किए जाएँ | इससे भी ज्यादा लाभ हैं चूने के ये तो हमने समय और सहूलियत को देखते हुये आपके साथ थोड़े से लाभ शेयर किए हैं |